जब भी कोशिश की हमने जख्मों को भरने की,
वक़्त ने तब कुरेद कर दर्द को और बढा दिया,
बहुत चाहा हमने एक नई दुनियां बसाने की,
बहारों ने खुशियों को पास आने ही ना दिया !
वक़्त ने तब कुरेद कर दर्द को और बढा दिया,
बहुत चाहा हमने एक नई दुनियां बसाने की,
बहारों ने खुशियों को पास आने ही ना दिया !
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