Dilon ko jeetne ka shauk

Hindi Blog Tips

Thursday, May 7, 2009

***जनाज़ा****


जब जनाज़ा उठाया जायेगा मेरा उदासी का मंज़र होगा,

कब्र ही मेरी मंज़िल होगी और कब्र ही मेरा घर होगा,



फिर डाल देंगे कब्र में मुझे और मिट्टी में सुला देंगे,

ऐसे होंगे मेरे चाहने वाले मेरे आखरी वक़्त में ये सिला देंगे,


सब रिश्ते दुनियां तक के ही हैं कोई साथ निभाता नहीं,

भूल जाते हैं कुछ ही दिनों में कोई मिलने आता नहीं........

Monday, May 4, 2009

*****झील की गहराई*****


ख़ुद अपने लिए बैठ कर सोचेंगे किसी दिन,

यूँ है के तुझे भूल के देखेंगे किसी दिन,


बैठ के ही फिरते हैं कई लफ्ज़ जो दिल मैं,

दुनिया ने दिया वक्त तो लिखेंगे किसी दिन,


जाती है किसी झील की गहराई कहाँ तक,

आँखों में तेरी डूब कर देखेंगे किसी दिन,


खुसबू से भरी शाम मैं जुगनू के कलम से,

इक नज़्म तेरे वास्ते लिखेंगे किसी दिन,


सोयेगे तेरी आँख की खुलावत मैं किसी रात,

साए में तेरी जुल्फ के प्रियराज जागेंगे किसी दिन .......