Dilon ko jeetne ka shauk

Hindi Blog Tips

Wednesday, November 18, 2009

जल गया आशियाँ......!!



मेरी सादगी ही मेरा जुर्म है कोई और मेरी खता नही,

मैंने तो चाहा था सदा तुमको यह भी मेरी खता नहीं,


जाने कैसी अब हवा चली है रही दोस्ती में वफ़ा नहीं,

यहाँ जल गया मेरा आशियाना अभी बादलों को पता नहीं,


तेरे दर पर दस्तक दे सकूं यह हक़ तुमने दिया नहीं,

मैं राही हूँ राहें उम्मीद का मुझे मंजिलों का पता नहीं,


बेबस हूँ जहाँ में इस कदर जैसे इस जहाँ में मेरा कोई नही,

मेरी सादगी मेरा जुर्म है कोई और मेरी खता नहीं....!


14 comments:

Unknown said...

rachanaa bahut badhiyaa hai sir. dil ko jeetane baalee sach mai
badhaai

Raj said...

Shukriya Sharma ji

mandeep said...

just wanna say one word, touching........

Raj said...

Thank you Mandeep ji.

Shayar Ashok : Assistant manager (Central Bank) said...

बहुत खूब सर जी .....

तेरे दर पर दस्तक दे सकूं यह हक़ तुमने दिया नहीं,
मैं राही हूँ राहें उम्मीद का मुझे मंजिलों का पता नहीं

बहुत ही बेहतरीन शेर है ये ......

Raj said...

Thanks Ashok ji

hanuman parihar said...

very nice ji bhut mast hai

Raj said...

Thanks Prihar Sahib.

कमलेश वर्मा 'कमलेश'🌹 said...

roop sajja aur rchna dono hi ..uttam

Raj said...

Kamlesh ji hosla afjayee ke liye shukriya !

Pooja Tomar said...

mere saadgi hi mera jurm hai heart touching lines

Raj said...

Pooja ji shukriya aapka !!

Braj Kishore Singh - The Writter said...

BahutUmdaRachna Hai

Raj said...

Thanks Kishore ji.