Dilon ko jeetne ka shauk

Hindi Blog Tips

Thursday, May 22, 2008

तुम्हे भी चार उठायेगे

+++डोली और फूल+++
मेरे घर से भी एक डोली उठेगी ,
तुम्हारे घर से भी डोली उठेगी,
मुझे भी चार उठायेगे,
तुम्हे भी चार उठायेगे,
पर फर्क सिर्फ़ इतना होगा के
तुम्हे तुम्हारे सगे उठायेगे ,
और मुझे मेरे चार यार
मुझ पर भी फूल बिखारेगे,
और तुम पर भी फूल बिखारेगे ,
पर फर्क सिर्फ़ इतना होगा के तुम पर
बिखरे हुए फूल मुस्कुराते होंगे,
और मुझ पर बिखरे हुए फूल रोते होंगे,
तुम्हारे जाने पर भी लोग रोएंगे,
और मेरे जाने पर भी लोग रोएंगे,
पर फर्क सिर्फ़ इतना होगा के तुम,
घर छोड़ कर जा रही होगी,
और मैं दुनिया छोड़ कर जा रहा हूँगा

5 comments:

Raj said...

ज़िस फसाने को आंखों से खेते रहे है हम,
उन्ही लफ़्ज़ो को होठो पे लाकर हम भी देखेगे,

प्यार वह जज़्बा है जो पत्थर को पिगला दे,
तो हम भी इस पत्थर से दिल लगाकर देखेगे,

ज़रूरी नही तुम बदले में 'राज' को प्यार करो,
ख़ुद-ही-ख़ुद को तुम पर मिटाकर हम भी देखेगे।

Priyanka Srivastava said...

मेरा दिल तुम्हारी धङकन में धङकता है,

फिर इजहार-ए-मुहब्बत की जरूरत क्या है ?

जब खुदा मेहरबान है हमारे इश्क पर,

तो जमाने को मनाने की जरूरत क्या है ?


Nacheez

Uttam said...

Blogging marne se kyon shuru ki sir aapne .. aap ki kalam mein to maar ne ki dhaar hai..

Maar daaliye humein itna dard humse saha nahi jaata

Bharat Kumar Begwani said...

ना चाहो किसी को इतना, कि उसकी चाहत तुम्हारे लिए जरूरी बन जाए,
उसके बिना जीना बन जाए कल्पना, और मरना मजबूरी बन जाए।।

Gr8,

Keep it up..........

Bharat

Raj said...

Accept my Hearties Thanks:
Shrimati Priyanka ji,
Shri Uttam ji,
ShriBharat ji.
For support.