"Falak Ko Zidd Hai Jahan Bijliyaan Giraane Ki............. Hume Bhi Zidd Hai, Wahin Pe Aashiyaan Banane Ki........" तुम्हें जब मिले कभी फ़ुर्सत मेरे दिल से बोझ उतार दो,
मै बहुत दिनों से उदास हूं मुझे भी कोई शाम उधार दो....!
Dilon ko jeetne ka shauk
Sunday, December 11, 2011
तस्वीर
कल रात ख्वाब में तुम्हारी तस्वीर बना डाली,
वह इतनी अच्छी लगी कि सीने से लगा डाली !
जब हुआ खौफ कि तुम्हें कोई चुरा ना ले कभी, तब इतना रोये के अपने आंसुओं से मिटा डाली !
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