Dilon ko jeetne ka shauk

Hindi Blog Tips

Saturday, May 31, 2008

*******आइना*******


आइना हूं मैं मेरे सामने आ कर तो देखो,

खुद ही नज़र आओगी जो आंख मिला कर देखो।


मेरे ग़म में मेरी तकदीर नज़र आती है,

डगमगा जाओगी मेरा दर्द उठा कर तो देखो।


यूं तो आसान नज़र आता है मन्ज़िल का सफ़र,

कितनी मुश्किल है मेरी राह इसमें जाकर देखो।


बज़्म का मेरी चरगाहं है नज़र का धोखा,

किन अंधेरों में भटकता हूं मैं आकर तो देखो।


दिल तुम्हारा है मैं ये ज़ान भी दे दूं तुम पर,

बस मेरा साथ जरा दिल से निभा कर तो देखो।


मौत पर हक़ है मगर तुम से वादा है मेरा,

लौट आउंगा कब्रसे एक बार बुला कर तो देखो।

Thursday, May 29, 2008

***तेरा "हमसफ़र" कहां है***



ये चिराग बेनज़र है या फ़िर सितार बेज़ुबान है,

अभी तुमसे मिलता जुलता कोई दूसरा कहां है।


शख्स जिसपे अपना दिल-ओ-जान निसार कर दूं,

वो अगर खफ़ा नहीं है तो फ़िर ज़रूर बदगुमान है।


कभी पा के तुमको खोना कभी खो के तुमको पाना,

ये जन्म-जन्म का रिश्ता तेरे मेरे ही दरमियान है।


मेरे साथ ना चलने वाले तुम्हे क्या मिला सफ़र में,

वही दुख भरी ज़मीन और वही गमों के असमान हैं।


मैं इसी गुमान में वर्षों तक बडा मुतमीन रहा हूं,

तुम्हारा दिल बेतागयुर है मेरा प्यार जीवनदान है।


उन्ही रास्तों ने जिन पर कभी तुम थे साथ मेरे,

मुझे रोक के लोग पूछ्ते हैं तेरा हमसफ़र कहां है।

******सपने किसी के लिए******

मत देखो सपने किसी के लिये इस कदर,

ज़ब टूट जाये तो फिर इसका दुख न हो,
मत चाहो दिल से कभी किसी को इस कदर,

वह रूठ जाये तो मनाने वाला कोई ना हो,
न मांगो किसी को इस कदर दुआओं में,

वो न मिले तो रुसवायी के सिवा कुछ न हो,
कभी देखो न किसी को ऐसी नज़रों से,

ज़ब वो जाये तो देखने वाली कोई नज़र न हो,
ना बसाओ किसी को अपने दिल की नगरी में,

वो रुख्सत हो तो दिल की दुनियां आबाद ना.....हो

Tuesday, May 27, 2008

+++++खूबसूरती क्या है+++++

मैने खुदा से पूछा कि खूबसूरती क्या है? तो वो बोले :-
ख़ूबसूरत है वो लब जिन पर दूसरों के लिए एक दुआ है
खूबासूरत है वो मुस्कान जो दूसरों की खुशी देख कर खिल जाए

ख़ूबसूरत वो दिल जो किसीके दुखमे शामिल हो और
किसीके प्यार के रंग मे रंग जाए

ख़ूबसूरत है वो जज़बात जो दूसरो की भावनाओं को समझे
ख़ूबसूरत है वो एहसास जिस मे प्यार की मिठास हो

ख़ूबसूरत है वो बातें जिनमे शामिल हों दोस्ती और प्यार के किस्से
ख़ूबसूरत है वो आँखे जिनमे कितने खूबसूरत ख्वाब समा जाएं

ख़ूबसूरत है वो आसूँ जो किसी के ग़म मे बह जाएँ
खूबसूरत है वो हाथ जो किसी के लिए मुश्किल के वक्त सहारा बन जाएं

ख़ूबसूरत है वो कदम जो अमन और शान्ति का रास्ता तय कर जाएं
ख़ूबसूरत है वो सोच जिस मे पूरी दुनिया की भलाई का ख्याल हो।

Monday, May 26, 2008

*****वह अब बदल गए हैं*****


इन रातों की तन्हाईयों के सब रंग बदल गये हैं,
चांद निकला है वैसे ही मेरे अन्धेरे बदल गये हैं।

जिनके भरोसे थी खुशियां अब वो बदल गये है,
मन्ज़िले तो अभी वोही हैं कुछ रास्ते बदल गये हैं।

जिनपे किया था भरोसा हमने वो दोस्त बिछड गये हैं,
देखे थे कभी जो हमने अब वो खवाब बदल गये हैं।

जो बने थे कभी हमसफ़र आज वो ही मुकर गये हैं,
मेरे टूटे हुये दिल के अब सभी जज़्बात बदल गये है।

ना बदला मैं ना बदलूंगा "उनके" लिये ख्यालात कभी,
बस रोना है यही अब 'राज' से कुछ लोग बदल गये हैं।

Sunday, May 25, 2008

*****बरस जाओ एक दिन*****




मैं ख़ुद आता नही पर एक शायरी जगत की हस्ती द्वारा लाया गया हूँ
चहरे पर मेरे जुल्फ को फैलाओ किसी दिन
क्या रोज़ गरजते हो बरस जाओ किसी दिन

किसी शब दास्तक पे हाथ की खुल जाओ किसी दिन
पेडों की तरह हुश्न की बारिश मे नहा लूँ

बादल की तरह झूम के घिर आओ किसी दिन
खुश्बू की तरह गुजरो मेरे दिल की गली से

फूलों की तरह मुझ पे बिखर जाओ किसी दिन
फिर हाथ को खैरात मिले बंद-ऐ-काबा की

फिर लुत्फ़-ऐ-शब-ऐ-वस्ल को दोहराओ किसी दिन
गुजर ऐ इन जो मेरे घर तो रुक जाए सितारे

इस तरह मेरी रात को चमकाओ किसी दिन
मैं अपनी हर इक साँस उसी रात को दे दूँ

सर रख के मेरे सीने पे सो जाओ किसी दिन ......

Thursday, May 22, 2008

+++++एक दिलरुबा+++++

एक दिल रुबा है मेरी उस बस्ती में अभी तक,
जो बोझ मुझे अकेले ढोने नहीं देती,
मैं हूँ कि बहाता हूँ उसकी याद में आंसू,
और वो है कि आंखों को पिरोने नहीं देती,
वो चेहरा अजब है जिसे पाकर मैं अभी तक,
खोना भी चाहूँ तो वो खोने नहीं देती,
थामे है लहरों की हुश्न-ऐ-बाग़ कोई तो,
साहिल को समंदर में डुबोने भी नही देती
"प्रियराज"


तुम्हे भी चार उठायेगे

+++डोली और फूल+++
मेरे घर से भी एक डोली उठेगी ,
तुम्हारे घर से भी डोली उठेगी,
मुझे भी चार उठायेगे,
तुम्हे भी चार उठायेगे,
पर फर्क सिर्फ़ इतना होगा के
तुम्हे तुम्हारे सगे उठायेगे ,
और मुझे मेरे चार यार
मुझ पर भी फूल बिखारेगे,
और तुम पर भी फूल बिखारेगे ,
पर फर्क सिर्फ़ इतना होगा के तुम पर
बिखरे हुए फूल मुस्कुराते होंगे,
और मुझ पर बिखरे हुए फूल रोते होंगे,
तुम्हारे जाने पर भी लोग रोएंगे,
और मेरे जाने पर भी लोग रोएंगे,
पर फर्क सिर्फ़ इतना होगा के तुम,
घर छोड़ कर जा रही होगी,
और मैं दुनिया छोड़ कर जा रहा हूँगा